एक बीज लगा रहा हूँ, मैं एक शजर के लिये
है ये इंतजाम बहुत, आख़िरी सफ़र के लिये
है ये इंतजाम बहुत, आख़िरी सफ़र के लिये
दीवारें दीवारों से जुड़ी हैं, घर घर से नहीं जुड़े
इस तरह अजनबी है शहर, शहर भर के लिये
इस तरह अजनबी है शहर, शहर भर के लिये
देखा न करो यूं आईना, मेरी जां मेरी नज़र से
अपनी ही नज़र है बहुत, बुरी नज़र के लिये
अपनी ही नज़र है बहुत, बुरी नज़र के लिये
दिल लगा रहा हूँ, कि भूलना है दिल का टूटना
है बहुत ही लाज़िमी ये ज़हर, ज़हर के लिये
है बहुत ही लाज़िमी ये ज़हर, ज़हर के लिये
है उसे भी एक आस, पानी को भी लगती है प्यास
तट पे नदी आयी, जाने किस लहर के लिये
तट पे नदी आयी, जाने किस लहर के लिये
हक़ीम की दवा है, या हक़ीम ही दवा है
फ़क़ीर दुआ ना करो, दवा में असर के लिये
फ़क़ीर दुआ ना करो, दवा में असर के लिये
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