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तेज़ाब (ACID)

ये मेरे चेहरे पर
जो जलने का निशान हैं
दरअसल आईना है 
तुम्हारी बुज़दिली की पहचान हैं
तुम सोचते थे कि मैं
जली पहचान लेकर कहीं छुप जाऊँगी
ये चेहरा मेरी जीत है
मैं सारी दुनिया को दिखलाऊँगी
देखो मेरे इस चेहरे को
क्यूं? नहीं कर पा रहे हो सहन
कभी रोती हुई माँ दिखती है इसमें
कभी थूकती हुई बहन?
तो, तुम मुझे देखो...
तुम मुझे देखो कि...
तुम्हारी कमजोरी का इश्तहार हूं
तुम मुझे देखो कि...
मैं अभी तक तुम्हारी हार हूं
तुम मुझे देखो कि...
जब तुमने मुझसे इज़हार किया था
तुम मुझे देखो कि...
क्यूं मैंने तुम्हें इनकार किया था
तुम मुझे देखो कि...
तुम्हारी माँ तुम्हें पैदा करके पछता रही है
तुम मुझे देखो कि...
तुम्हें अपनी सबसे बड़ी भूल बता रही है
तुम मुझे देखो कि...
मैं तुम्हारी लम्बी उम्र की दुहाई दूं
तुम मुझे देखो कि...
तुम्हें तुम्हारी बेटी में मैं ही मैं दिखाई दूं
तुम मुझे देखो कि...
तुम्हारी बहन डर रही है तुम्हारी बुरी नज़र से
तुम मुझे देखो कि...
तुम गलने लगे हो अपने ही ज़हर से
तुम मुझे देखो कि...
मर्द वो है जो इनकार भी सर-आंखों पे लेगा
तुम मुझे देखो कि...
जिससे मुहब्बत की, उससे नफरत कैसे करेगा
तुम मुझे देखो कि...
तुम्हारी हार अबतक ज़िन्दा खड़ी है
तुम मुझे देखो कि...
तुम्हारी मर्दानगी मेरे पैरों में पड़ी है
ये मेरे चेहरे पर
जो जलने का निशान हैं
दरअसल आईना है
तुम्हारी नामर्दी की पहचान हैं

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मुझसे तेरी खुशबू आती है......

तुम्हारा ज़िक्र लबों पर दबा लेता हूँ तुम्हारा रुख पलकों में छुपा लेता हूँ साँसों में सरगोशी भी है चुप चुप सी, धीमी धीमी धड़कने भी चलती हैं अब दबे क़दमों से, थमी थमी बचा रहा हूँ तुम्हें छिपा रहा हूँ तुम्हें दुनिया से, रुसवाई से कभी कभी अपनी ही परछाई से लेकिन ख़्वाब में तुझसे बातें करने की आदत अक्सर मुझे डराती है अब दिल में छुपाना मुमकिन नहीं मुझसे तेरी खुशबू आती है. मुझसे तेरी खुशबू आती है.

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