कि
मैं तेरे रहम ओ करम का *मुंतज़िर नहीं हूँ
तेरी महफ़िल में मौजूद हूँ, हाज़िर नहीं हूँ
तेरी महफ़िल में मौजूद हूँ, हाज़िर नहीं हूँ
मेरे
लब पे न आएगा मेरे क़ातिल तेरा नाम
ज़मीर अभी भी ज़िंदा है, अव्वल *मुखबिर नहीं हूँ
ज़मीर अभी भी ज़िंदा है, अव्वल *मुखबिर नहीं हूँ
मैं
तुझे पाने के लिए, क्या ख़ुद को बेच दूं?
तेरे लिए तो हूँ, सिर्फ तिरी ही ख़ातिर नहीं हूँ
तेरे लिए तो हूँ, सिर्फ तिरी ही ख़ातिर नहीं हूँ
तेरे
दिल के बाद कितने दिलों ने दी दस्तक मुझे
तू देख आज भी बेघर हूँ, *मुहाज़िर नहीं हूँ
तू देख आज भी बेघर हूँ, *मुहाज़िर नहीं हूँ
मेरा
ग़ुस्सा मेरे ग़म की फक़त पर्दादारी है
तिरी बेवफ़ाई में शामिल हूँ, ज़ाहिर नहीं हूँ
तिरी बेवफ़ाई में शामिल हूँ, ज़ाहिर नहीं हूँ
अमृता
वो बेदिल है, जो दिल का मरीज़ बना दे
क्या फ़रक़ कि फ़क़ीर हूँ मैं, कोई साहिर नहीं हूँ
क्या फ़रक़ कि फ़क़ीर हूँ मैं, कोई साहिर नहीं हूँ
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