आइने में इक अजनबी को देखके सिहर गए
अपने ही अक्स से आज वो कैसे डर गए
शेख की नसीहत 'सुकूं मिलेगा मस्जिद जा'
किया मस्जिद का *रुख़ और तेरे घर गए
वो परिंदा अब न उड़ सकेगा *आईंदा
पेट की सुनी तो उसके *पर गए
उन पर इल्ज़ाम कैसे लगाओगे मियाँ
नज़रों से कहकर जो जुबां से *मुकर गए
हमें था रिश्ते का ख़्याल इस क़दर
सुनते रहे, चुप रहे, हाँ हम डर गए
राम -ओ- रहीम तेरे एक घर के झगड़े में
कितने बदनसीबों के घोंसले बिखर गए
बुलंदी है शुरुआत गिरने की फ़क़ीर
सर पर चढ़े जो नज़रों से उतर गए
*रुख़ - turn towards *आईंदा - In future *पर - Wings *मुकर - Denied
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